Summary
राजस्थान सरकार हर घर, दुकान और फैक्ट्री में लगाएगी फ्री स्मार्ट मीटर। उपभोक्ताओं को 15 पैसे प्रति यूनिट बिजली सस्ती मिलेगी। जानिए योजना से जुड़ी पूरी डिटेल।
राजस्थान में फ्री स्मार्ट मीटर योजना से मिलेगी सस्ती बिजली, जानिए पूरी जानकारी
🔌 बिजली व्यवस्था में बड़ा बदलाव ला रही राजस्थान सरकार
राजस्थान सरकार राज्य की बिजली व्यवस्था में एक ऐतिहासिक बदलाव करने जा रही है। अब राज्य के हर घर, दुकान, ऑफिस और फैक्ट्री में फ्री में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इस योजना का मकसद बिजली की खपत को अधिक पारदर्शी, सटीक और उपभोक्ता-मित्र बनाना है।
इस पहल से न सिर्फ बिजली बिलों की सटीकता बढ़ेगी बल्कि उपभोक्ताओं को 15 पैसे प्रति यूनिट तक की बचत भी होगी। सरकार की योजना है कि पूरे प्रदेश में लगभग 1.43 करोड़ मीटर लगाए जाएं।
📱 ‘बिजली मित्र’ ऐप से होगा स्मार्ट मीटर का कनेक्शन
राज्य सरकार द्वारा लगाए जाने वाले स्मार्ट मीटर को ‘बिजली मित्र’ नामक मोबाइल ऐप से जोड़ा जाएगा। इस ऐप की मदद से उपभोक्ता अपनी रियल टाइम बिजली खपत, बिलिंग स्टेटस, और पेमेंट हिस्ट्री आसानी से देख सकेंगे।
इस ऐप के माध्यम से उपभोक्ता अपने बिजली लोड को भी मैनेज कर सकेंगे। यानी अगर कहीं ज्यादा खपत हो रही है, तो पता चल सकेगा कि किस यंत्र से ज्यादा बिजली खपत हो रही है।
💡 प्रीपेड सिस्टम से मिलेगी 15 पैसे प्रति यूनिट की छूट
इस योजना में एक विशेष सुविधा दी जा रही है, जिसे “प्रीपेड बिजली सेवा” कहा गया है। इस सुविधा के अंतर्गत यदि उपभोक्ता पहले से ही अपने खाते में राशि जमा कराकर बिजली खर्च करता है, तो उसे 15 पैसे प्रति यूनिट की छूट दी जाएगी।
यह व्यवस्था न केवल उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद है, बल्कि बिजली वितरण कंपनियों (DISCOMs) को भी समय पर भुगतान मिलने में सहायता करेगी।
🛑 उपभोक्ताओं से नहीं लिया जाएगा कोई चार्ज
सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि स्मार्ट मीटर की स्थापना बिल्कुल मुफ्त होगी। यदि कोई कर्मचारी उपभोक्ता से शुल्क की मांग करता है, तो तुरंत टोल-फ्री नंबर 1912 या 18001806507 पर शिकायत की जा सकती है।
इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि योजना का लाभ सभी को समान रूप से मिले और किसी भी प्रकार की धांधली न हो।
📊 स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को होंगे ये प्रमुख फायदे
1. रियल टाइम मॉनिटरिंग
अब बिजली उपभोक्ता अपने घर, दुकान या फैक्ट्री की बिजली खपत को रियल टाइम में देख पाएंगे। इससे उन्हें समझ में आएगा कि कब और कितनी बिजली खर्च हो रही है।
2. अधिक बिजली व्यय पर अलर्ट
अगर किसी समय बिजली की खपत असामान्य रूप से अधिक हो जाती है, तो उपभोक्ता को ऐप के माध्यम से अलर्ट मिलेगा, जिससे वह फालतू में चल रहे उपकरण बंद कर सकेगा।
3. बिजली न होने पर तुरंत समाधान
स्मार्ट मीटर से जुड़ी सूचना डिस्कॉम को तुरंत मिल जाती है। इससे बिजली कटने या खराबी की स्थिति में तेजी से सुधार हो सकेगा।
4. बिल की पारदर्शिता
अक्सर बिल में गलती की शिकायतें आती हैं, लेकिन स्मार्ट मीटर से बिलिंग ऑटोमेटिक होगी, जिससे त्रुटियां कम होंगी और उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ेगा।
5. ऑनलाइन भुगतान और रिचार्ज
प्रीपेड मीटर के जरिए आप अपने मोबाइल रिचार्ज की तरह ही बिजली रिचार्ज कर सकेंगे। इससे पेमेंट का झंझट कम होगा।
🏢 योजना की डिस्कॉम-वाइज डिटेल
राजस्थान की तीनों प्रमुख विद्युत वितरण कंपनियां (DISCOMs) इस योजना के तहत अलग-अलग क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगाएंगी। इनकी लागत और कवरेज इस प्रकार है:
डिस्कॉम का नाम | लगने वाले मीटर | लागत |
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जयपुर डिस्कॉम | 47.63 लाख मीटर | ₹3138 करोड़ |
अजमेर डिस्कॉम | 54.32 लाख मीटर | ₹3663 करोड़ |
जोधपुर डिस्कॉम | 40.80 लाख मीटर | ₹2877 करोड़ |
💬 पिछली सरकार ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 5.30 लाख स्मार्ट मीटर लगाए थे, अब पूरे राज्य में यह व्यवस्था लागू की जाएगी।
🌍 पर्यावरण और ऊर्जा संरक्षण में मदद
स्मार्ट मीटर सिर्फ उपभोक्ताओं के लिए ही नहीं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद साबित होंगे। बिजली की सटीक मॉनिटरिंग से ऊर्जा की बर्बादी रुकेगी, जिससे कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।
इसके अलावा, पीक लोड मैनेजमेंट आसान होगा जिससे पावर कट्स की संभावना कम होगी और गांव-देहात तक निर्बाध बिजली पहुंचाना संभव होगा।
🔧 कैसे होगा इंस्टॉलेशन?
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संबंधित बिजली विभाग के कर्मचारी आपके घर/दुकान पर आएंगे।
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पुराने मीटर को हटाकर स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा।
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मीटर को बिजली मित्र ऐप से जोड़ा जाएगा।
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इंस्टॉलेशन के बाद आपको एक SMS/ईमेल से नोटिफिकेशन मिलेगा।
⚠️ कोई भी चार्ज मांगे जाने पर तुरंत शिकायत करें।
🔮 भविष्य में और क्या बदलाव होंगे?
राज्य सरकार का अगला लक्ष्य यह है कि आने वाले वर्षों में:
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सभी नई बिजली कनेक्शन स्मार्ट मीटर के साथ ही दिए जाएंगे।
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सौर ऊर्जा संयंत्र से जुड़ाव आसान किया जाएगा।
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ग्राम पंचायत स्तर पर ऊर्जा मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया जाएगा।
🧑🤝🧑 उपभोक्ताओं की प्रतिक्रिया
🙋🏻 रेखा शर्मा (जयपुर):
“अब हमें हर महीने के बिल का इंतजार नहीं करना पड़ता। ऐप पर देख लेती हूँ कि कितनी यूनिट चली।”
🙋♂️ मोहन सिंह (जोधपुर):
“पहले बिल में बहुत गलती होती थी, अब सब साफ-साफ दिखता है। और 15 पैसे की बचत भी हो रही है!”
🏁 निष्कर्ष: बिजली बचत और पारदर्शिता की ओर एक बड़ा कदम
राजस्थान सरकार की यह स्मार्ट मीटर योजना न केवल एक आधुनिक तकनीकी परिवर्तन है, बल्कि यह उपभोक्ताओं को सस्ती, पारदर्शी और स्मार्ट बिजली व्यवस्था की ओर ले जाने वाला कदम भी है।
यह योजना राज्य को डिजिटल इंडिया के विजन के और करीब ले जाती है और यह सुनिश्चित करती है कि तकनीक का लाभ हर आम आदमी तक पहुंचे।
अगर आपने अब तक स्मार्ट मीटर नहीं लगवाया है, तो जल्द ही बिजली विभाग से संपर्क करें और इस सुविधा का लाभ उठाएं।