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बिहार में युवाओं के भविष्य पर बड़ा सवाल: नीतीश कुमार को घेरा, सचिन पायलट का तीखा वार

Summary

पलायन रोको, नौकरी दो' पदयात्रा के समापन पर पटना में सचिन पायलट ने नीतीश कुमार और जेडीयू सरकार को बेरोजगारी और पेपर लीक जैसे मुद्दों पर घेरा। जानिए क्या बोले पायलट और कन्हैया कुमार।

बिहार में बेरोजगारी पर सचिन पायलट का बड़ा हमला | नीतीश कुमार और BJP को घेरा

पटना: बिहार की राजधानी पटना एक बार फिर राजनीति का केंद्र बनी, जहां कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) को बेरोजगारी और पलायन के मुद्दों पर आड़े हाथों लिया। वह कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की अगुवाई में निकाली गई ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा के समापन समारोह में शामिल होने पहुंचे थे।

युवाओं को नहीं मिली प्राथमिकता: सचिन पायलट

सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत में कहा, “अगर नीतीश कुमार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) का समर्थन देना ही था, तो कम से कम बिहार के युवाओं के लिए 10 से 20 लाख नौकरियों की मांग तो कर लेते। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनकी प्राथमिकता सत्ता है, न कि युवाओं का भविष्य।”

पायलट ने आगे कहा कि पेपर लीक की घटनाओं ने बिहार को “पेपर लीक सेंटर” बना दिया है। “यहां का टैलेंटेड युवा दिन-रात मेहनत करता है, लेकिन सरकार की लापरवाही और भ्रष्ट व्यवस्था के कारण उनका सपना चकनाचूर हो जाता है,” उन्होंने कहा।

‘संघ की नौकरी’ नहीं चाहिए: पायलट

सचिन पायलट ने कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार की सरकार “ढंग की नौकरी नहीं, सिर्फ संघ की नौकरी” देना चाहती है। उन्होंने अग्निवीर योजना की आलोचना करते हुए कहा कि इससे बिहार के हजारों युवाओं का सेना में जाने का सपना टूट गया है।

“बिहार के गांवों से बड़ी संख्या में युवा फौज में जाते थे, लेकिन अग्निपथ योजना ने न केवल उनके आत्मविश्वास को तोड़ा, बल्कि परिवार की उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया है,” पायलट ने कहा।

‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा का संदेश

कन्हैया कुमार की अगुवाई में पश्चिमी चंपारण के ऐतिहासिक गांधी आश्रम से शुरू हुई यह पदयात्रा बिहार की जमीनी सच्चाई को उजागर करने के लिए थी। उन्होंने कहा, “हमारे राज्य का युवा दूसरे राज्यों में मजदूरी करने के लिए मजबूर है। हम सरकार से सिर्फ एक सवाल पूछते हैं – आखिर नौकरी कब मिलेगी?”

कन्हैया ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की घोषणा भी की, ताकि सरकार को जनता की आवाज सुनाई दे। उन्होंने कहा कि यह यात्रा किसी राजनैतिक लाभ के लिए नहीं, बल्कि जनता के मौलिक अधिकारों की मांग के लिए थी।

राहुल गांधी की भी रही मौजूदगी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी इस पदयात्रा में शामिल हुए। वह बेगूसराय पहुंचे और युवाओं से संवाद किया। राहुल गांधी ने भी केंद्र और राज्य सरकार पर बेरोजगारी, महंगाई और शिक्षा के गिरते स्तर को लेकर निशाना साधा।

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