A- A+ A++
[gtranslate]

राजस्थान में दिल दहला देने वाली वारदात: महिला की निर्मम हत्या, डेढ़ किलो चांदी के कड़े लूटे, ग्रामीणों ने किया चक्काजाम

Summary

सवाईमाधोपुर में महिला की गला काटकर हत्या, पैर काटकर डेढ़ किलो चांदी के कड़े लूटे। ग्रामीणों ने शव रखकर चक्काजाम किया, मांगें हुईं पेश।

राजस्थान: सवाईमाधोपुर में महिला की हत्या, डेढ़ किलो चांदी लूटी

राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले के गंगापुर सिटी क्षेत्र में एक रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। यह वारदात न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि आम जनता में भय का माहौल भी पैदा कर रही है। चलिए विस्तार से जानते हैं कि आखिर क्या हुआ था, कैसे बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया और इसके बाद इलाके में क्या हालात बने।

गंगापुर सिटी के जाहिरा गांव में वारदात

यह घटना गंगापुर सिटी के बामनवास उपखंड के जाहिरा गांव में रविवार को घटित हुई। 50 वर्षीय उर्मिला देवी मीणा रोज की तरह जंगल में लकड़ियां लेने गई थीं। लेकिन इस दिन वह घर नहीं लौटी। काफी समय बीत जाने के बाद जब परिजनों को चिंता हुई तो उन्होंने उनकी तलाश शुरू की।

खेत में मिला शव, गले पर गहरा घाव

काफी तलाश के बाद उर्मिला देवी का शव जंगल के पास एक खेत में मिला। उनका गला किसी धारदार हथियार से काटा गया था। शव की स्थिति देख परिजनों और ग्रामीणों के होश उड़ गए। इसके साथ ही उनके दोनों पैरों में से चांदी के भारी कड़े गायब थे।

पैरों को भी काट ले गए बदमाश

घटना यहीं तक सीमित नहीं रही। जब परिजनों और ग्रामीणों ने आसपास खोजबीन की तो कुछ दूरी पर एक कुंड में महिला के कटे हुए दोनों पैर मिले। इस भयावह दृश्य ने सभी को अंदर तक झकझोर दिया। आशंका है कि कड़े उतारने के लिए बदमाशों ने पहले महिला की हत्या की और फिर पैरों को काटकर कड़े लूट लिए।

डेढ़ किलो चांदी के कड़े बने मौत की वजह

स्थानीय सूत्रों के अनुसार महिला के पैरों में करीब डेढ़ किलो वजनी चांदी के कड़े थे। संभवतः इन्हीं कड़ों की लालच में बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया। यह घटना इस बात को दर्शाती है कि आज भी ग्रामीण इलाकों में भारी जेवर पहनना किस कदर जानलेवा साबित हो सकता है।

गांव में गुस्सा, शव रखकर किया चक्काजाम

जब यह खबर गांव में फैली तो लोगों में गहरा आक्रोश फैल गया। ग्रामीणों ने महिला के शव को बामनवास-गढ़मोरा मार्ग पर रखकर चक्काजाम कर दिया। लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की।

पुलिस और प्रशासन मौके पर

घटना की जानकारी मिलते ही बामनवास पुलिस उपाधीक्षक सीताराम, गंगापुर सिटी पुलिस उपाधीक्षक संतराम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीलकमल और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे।

पीड़ित परिवार की मांगें

ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, एक करोड़ रुपये का मुआवजा और 24 घंटे के भीतर दोषियों की गिरफ्तारी की मांग रखी है। इसके साथ ही उन्होंने महिला का पोस्टमॉर्टम मेडिकल बोर्ड से कराने की मांग भी की।

ग्रामीणों का साफ संदेश

ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं होतीं और आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक वे महिला का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। यह विरोध अब केवल एक हत्या नहीं, बल्कि न्याय की लड़ाई बन चुकी है।

सवाल खड़े करती यह घटना

यह वारदात केवल एक महिला की हत्या नहीं, बल्कि सिस्टम पर एक बड़ा सवाल है। आखिर कैसे बदमाश इतने बेखौफ होकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं? क्या ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था इतनी कमजोर हो गई है कि लोग खुलेआम दिनदहाड़े मार दिए जाएं?

सामाजिक संदेश

इस घटना के बाद ग्रामीण महिलाओं में डर का माहौल बना हुआ है। अब लोग सोचने लगे हैं कि क्या अब चांदी के गहने पहनना भी जान का जोखिम बन गया है? ऐसी घटनाएं समाज के लिए एक खतरे की घंटी हैं, जो हमें समय रहते चेतावनी देती हैं।

सरकार और पुलिस की भूमिका

अब देखना यह है कि सरकार और प्रशासन इस मामले में कितनी जल्दी और प्रभावी कार्रवाई करता है। क्या आरोपियों की गिरफ्तारी समय पर हो पाएगी? क्या पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा? यह आने वाला समय बताएगा।

सोशल मीडिया पर मामला वायरल

यह खबर सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रही है। लोग इस निर्मम हत्या की निंदा कर रहे हैं और सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म पर इस घटना को लेकर लोग दुख और गुस्से दोनों का इज़हार कर रहे हैं।


निष्कर्ष

राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले में हुई यह घटना केवल एक हत्या नहीं बल्कि पूरे सिस्टम को आईना दिखाती है। डेढ़ किलो चांदी के कड़े की लालच में एक निर्दोष महिला की जान लेना मानवता पर सबसे बड़ा सवाल है। अब देखना यह है कि प्रशासन और सरकार इस मामले को कितनी गंभीरता से लेते हैं और दोषियों को कब तक सजा दिलवा पाते हैं। जब तक अपराधियों को कड़ी सजा नहीं मिलती, तब तक इस तरह की घटनाएं समाज में डर और असुरक्षा फैलाती रहेंगी।

ऐप डाउनलोड
Android

Android

iOS

IOS